Srinagar Boat Capsized in Jhelum River 6 People dead including three from one family ANN – AwazTak
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Jammu Kashmir Jhelum River Boat Sink: श्रीनगर के झेलम नदी में नाव पलटने से छह लोगों की मौत हो गयी. मृतकों में एक ही परिवार के तीन लोग शामिल थे. तीनों लोगों को गंडबल के कब्रिस्तान में दफनाने की तैयारी चल रही है. झेलम नदी के किनारे गंडबल गांव लाल चौक से महज दो किलोमीटर की दूरी पर बसा है. गंडबल सरकारी दफ्तरों की फाइल में एक गांव है. गांव के विकास का जिम्मा पंचायत पर है. कब्रिस्तान के बाहर लगे बोर्ड पर सरपंच गुलाम मोहिउद्दीन का जिक्र है. उन्होंने 2022 में कब्रिस्तान की बाउंड्री वाल को ठीक करवाया. आज इसी कब्रिस्तान में एक ही परिवार के तीन लोग सुपुर्द ए खाक हो रहे हैं.
जम्मू कश्मीर में नाव डूबने से 6 की मौत
मृतकों में 45 वर्षीय फैयाज मलिक के जुड़वां बेटे और पत्नी फिरदौसा शामिल हैं. जुड़वां बच्चे मुदसिर और तनवीर की उम्र 10-11 साल है. फैयाज मलिक का परिवार मंगलवार सुबह नाव दुर्घटना में जान गंवा बैठा. बता दें कि नाव पर सवार होकर 19 लोग झेलम नदी पार कर रहे थे. पानी का तेज बहाव होने के कारण नाव पलट गयी. पलटने के बाद नाव निरमनदीन पुल से टकरा कर डूब गयी. हादसे के बाद पानी में छलांग मारकर चार लोगों को निकाल लिया गया. मौके पर बचाव राहत का कार्य शुरू किया गया. बचाव दल ने और 15 लोगों को पानी से निकाला. इस दौरान छह लोगों की मौत हो गयी.
झेलम नदी पार करने के दौरान हादसा
मृतकों में फैयाज मलिक की बीवी और बच्चे शामिल हैं. फैयाज के दोनों बच्चों का स्कूल बैग बरामद किया गया है. घटना के बाद पूरे इलाके में मातम है. पुरुष और महिलायें मृतकों के लिए आंसू बहा रहे हैं. नदी में कुछ लोग अभी भी लापता बताये जा रहे हैं. एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस और सेना की रेस्क्यू टीम मौके पर मौजूद है. लोगों का गुस्सा प्रशासन और नेताओं पर है. गुस्से की वजह इलाके में पिछले एक साल से निर्माणाधीन पुल है. पुल फुटब्रिज यानी पैदल आने जाने के लिए बनाया गया है.
काम 2013 में शुरू होकर धीमी गति से 2016 तक चला. अब पुल निर्माण का काम अचानक रुक गया. आज बच्चों और अभिभावकों को लाल चौक के पास नाव से पहुंचाने का प्रबंधन हुआ. एक केबल और एक रस्सी से नाव को जोड़ा गया. खींचने पर नाव एक किनारे से दूसरे तक आने जाने लगी. आज सुबह नाव स्कूली बच्चे और अभिभावकों को लेकर जा रही थी. सपोर्ट के लिए लगी केबल टूटने से नाव पलट गयी. नाव दुर्घटना निर्माणाधीन पुल का पिलर से टकराने के कारण हुआ. लोगों का आरोप है पुल समय से बन गया होता तो नाव हादसा नहीं होता.
स्थानीय युवा ने गुस्से में कहा, “लाल चौक को तीन महीने में स्मार्ट सिटी बनाया गया. दुनिया को दिखाने के लिए लाखों की लाइट और टाइल्स लगाए गए. सच ये है कि दुनिया के लिए कश्मीर जन्नत है लेकिन हमारे लिए जहनुम है.” हालांकि अभी साफ नहीं है कि नाव पर दुर्घटना के समय कितने लोग सवार थे. श्रीनगर आयुक्त बिलाल मोहिउद्दीन ने कहा कि नाव हादसे में छह लोगों की मौत हुई है. तीन लोगों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है. तीन अभी भी पानी में लापता बताये जा रहे हैं.
Jammu-Kashmir: ‘भारत लोकतांत्रिक देश है पुलिस स्टेट नहीं’, जम्मू-कश्मीर HC ने क्यों कहनी पड़ी ये बात?
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Jammu Kashmir Jhelum River Boat Sink: श्रीनगर के झेलम नदी में नाव पलटने से छह लोगों की मौत हो गयी. मृतकों में एक ही परिवार के तीन लोग शामिल थे. तीनों लोगों को गंडबल के कब्रिस्तान में दफनाने की तैयारी चल रही है. झेलम नदी के किनारे गंडबल गांव लाल चौक से महज दो किलोमीटर की दूरी पर बसा है. गंडबल सरकारी दफ्तरों की फाइल में एक गांव है. गांव के विकास का जिम्मा पंचायत पर है. कब्रिस्तान के बाहर लगे बोर्ड पर सरपंच गुलाम मोहिउद्दीन का जिक्र है. उन्होंने 2022 में कब्रिस्तान की बाउंड्री वाल को ठीक करवाया. आज इसी कब्रिस्तान में एक ही परिवार के तीन लोग सुपुर्द ए खाक हो रहे हैं.
जम्मू कश्मीर में नाव डूबने से 6 की मौत
मृतकों में 45 वर्षीय फैयाज मलिक के जुड़वां बेटे और पत्नी फिरदौसा शामिल हैं. जुड़वां बच्चे मुदसिर और तनवीर की उम्र 10-11 साल है. फैयाज मलिक का परिवार मंगलवार सुबह नाव दुर्घटना में जान गंवा बैठा. बता दें कि नाव पर सवार होकर 19 लोग झेलम नदी पार कर रहे थे. पानी का तेज बहाव होने के कारण नाव पलट गयी. पलटने के बाद नाव निरमनदीन पुल से टकरा कर डूब गयी. हादसे के बाद पानी में छलांग मारकर चार लोगों को निकाल लिया गया. मौके पर बचाव राहत का कार्य शुरू किया गया. बचाव दल ने और 15 लोगों को पानी से निकाला. इस दौरान छह लोगों की मौत हो गयी.
झेलम नदी पार करने के दौरान हादसा
मृतकों में फैयाज मलिक की बीवी और बच्चे शामिल हैं. फैयाज के दोनों बच्चों का स्कूल बैग बरामद किया गया है. घटना के बाद पूरे इलाके में मातम है. पुरुष और महिलायें मृतकों के लिए आंसू बहा रहे हैं. नदी में कुछ लोग अभी भी लापता बताये जा रहे हैं. एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस और सेना की रेस्क्यू टीम मौके पर मौजूद है. लोगों का गुस्सा प्रशासन और नेताओं पर है. गुस्से की वजह इलाके में पिछले एक साल से निर्माणाधीन पुल है. पुल फुटब्रिज यानी पैदल आने जाने के लिए बनाया गया है.
काम 2013 में शुरू होकर धीमी गति से 2016 तक चला. अब पुल निर्माण का काम अचानक रुक गया. आज बच्चों और अभिभावकों को लाल चौक के पास नाव से पहुंचाने का प्रबंधन हुआ. एक केबल और एक रस्सी से नाव को जोड़ा गया. खींचने पर नाव एक किनारे से दूसरे तक आने जाने लगी. आज सुबह नाव स्कूली बच्चे और अभिभावकों को लेकर जा रही थी. सपोर्ट के लिए लगी केबल टूटने से नाव पलट गयी. नाव दुर्घटना निर्माणाधीन पुल का पिलर से टकराने के कारण हुआ. लोगों का आरोप है पुल समय से बन गया होता तो नाव हादसा नहीं होता.
स्थानीय युवा ने गुस्से में कहा, “लाल चौक को तीन महीने में स्मार्ट सिटी बनाया गया. दुनिया को दिखाने के लिए लाखों की लाइट और टाइल्स लगाए गए. सच ये है कि दुनिया के लिए कश्मीर जन्नत है लेकिन हमारे लिए जहनुम है.” हालांकि अभी साफ नहीं है कि नाव पर दुर्घटना के समय कितने लोग सवार थे. श्रीनगर आयुक्त बिलाल मोहिउद्दीन ने कहा कि नाव हादसे में छह लोगों की मौत हुई है. तीन लोगों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है. तीन अभी भी पानी में लापता बताये जा रहे हैं.
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